विवाह योग्य कन्याओं के लिए विशेष पूजन
विवाह योग्य कन्याओं के लिए विशेष पूजन
षष्ठी तिथि को होती है पूजा
pt.Girish dayal chaturvedi
शक्ति पर्व चैत्र वासंतेय नवरात्रि के उपलक्ष्य में मां भगवती कात्यायिनी का विशेष पूजन षष्ठी के दिन किया जाता है। यह खास तौर पर विवाह योग्य कन्याओं के लिए षष्ठी पूजन, वरार्थिनी कन्याओं एवं संतान अभिलाषी द्वारा विशेष पूजन तथा मनोकामना पूर्ति का दिन माना जाता है।
चारों ओर नवरात्रि महोत्सव पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रतिदिन भगवती का नयनाभिराम श्रृंगार एवं दिव्य आरती भक्तों को आकर्षित करती है। भगवती योगमाया कात्यायनी मां देवियों में सर्वाधिक सुंदर है। ऐसी सौंदर्य स्वरूपा का नवरात्रि में दर्शन का विशेष महत्व है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार कोई भी विवाह योग्य कन्या यह पूजन कर सकती है। इसके लिए किसी विशेष अनुमति अथवा दान आदि का बंधन नहीं है। केवल श्रृंगार सामग्री एवं पूजन सामग्री माता का पूजन फलदायी होता है।
नवरात्रि पर्व के पावन अवसर पर मंदिरों में प्रतिदिन दुर्गार्चन एवं दुर्गा सप्तशती पाठ किया जा रहा है। 31 मार्च को अष्टमी पूजन व हवन एवं 1 अप्रैल को नवरात्रि व्रत पारणा एवं ज्वारे विसर्जन किया जाएगा।
Comments
Post a Comment